लखनऊ: KMC भाषा विश्वविद्यालय में आज आईक्यूएसी द्वारा नैक संबंधी तैयारियों के विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में बतौर मुख्य वक्ता प्रोफेसर राजीव मनोहर, निर्देशक आइक्यूएसी लखनऊ विश्वविद्यालय मौजूद रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रोफेसर सैयद हैदर अली ने किया
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रोफ़ेसर सयद हैदर अली, अध्यक्ष आईक्यूएसी के स्वागत भाषण से हुआ। प्रो मनोहर ने बताया के नैक के अलग-अलग मानदंडों के अनुसार अलग-अलग तैयारियां किस प्रकार की जा सकती है। उन्होंने सभी विभागों तथा उनसे जुड़े शिक्षकों को नैक के संबंध में मांगे जाने वाले दस्तावेजों को बनाते समय रखी जाने वाली सावधानियों और बारीकियों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि छोटे-छोटे परिवर्तन करके लखनऊ विश्वविद्यालय ने नैक में ए प्लस प्लस रैंकिंग हासिल की है, जिस उपलब्धि को भाषा विश्वविद्यालय दोहरा सकता है। उन्होंने बताया कि नजर बदल कर नजरिया किस प्रकार बदला जा सकता है और विश्वविद्यालय द्वारा की जा रही गतिविधियों को नैक में सफलतापूर्वक दर्शाया जा सकता है। कार्यशाला के दूसरे भाग में उन्होंने अलग अलग क्राइटीरिया को देख रहे प्रभारियों को क्राइटेरिया के मुख्य बिंदुओं से संबंधित दस्तावेजों की बारीकियों के बारे में बताया और उनकी समस्याओं का निवारण किया। उनके वक्तव्य के बाद नैक
कमेटी के सदस्य डॉ दोआ नकवी, डॉ तनु डंग, श्रीमती शान-ए-फातिमा, डॉ नीरज शुक्ल, डॉ रुचिता सुजॉय चौधरी, डॉ आमिना हुसैन एवं डॉ जावेद अख्तर ने सभी शिक्षकों को उनके क्राइटेरिया के अंतर्गत माँगी गई सूचनाओं की विस्तृत जानकारी दी।
कुलपति प्रो एन बी सिंह ने कहा
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एन बी सिंह ने प्रो राजीव मनोहर को स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए कहा कि इस कार्यशाला से निश्चित रूप से विश्वविद्यालय की नैक रैंकिंग में काफी प्रभाव पड़ेगा। साथ ही उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वह इस कार्यशाला से अधिकतम लाभ प्राप्त करें और नैक में विश्वविद्यालय को सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग प्राप्त कराने में अपना पूर्ण सहयोग दे।