Gold Price Today नई दिल्ली: 21 अप्रैल 2025: भारत में सोने की कीमतों ने आज एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया, जब 24 कैरेट सोना ₹1,760 की बढ़ोतरी के साथ ₹96,670 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। इसी प्रकार, 22 कैरेट सोना भी ₹1,760 की वृद्धि के साथ ₹88,550 प्रति 10 ग्राम पर दर्ज किया गया।
प्रमुख कारण:
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता: अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अस्थिरता और निवेशकों की सुरक्षित संपत्तियों की ओर बढ़ती प्रवृत्ति ने सोने की मांग को बढ़ाया है।
केंद्रीय बैंकों की खरीदारी: कई देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीदारी में वृद्धि ने वैश्विक स्तर पर कीमतों को समर्थन दिया है।
शादी और त्योहारों का मौसम: भारत में शादी और त्योहारों के मौसम में पारंपरिक रूप से सोने की मांग बढ़ती है, जिससे कीमतों में उछाल आता है।
निवेशकों के लिए सलाह
विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान में सोने की कीमतों में तेजी के बावजूद, दीर्घकालिक निवेश के लिए यह एक सुरक्षित विकल्प बना हुआ है। हालांकि, निवेश से पहले बाजार की स्थितियों और व्यक्तिगत वित्तीय लक्ष्यों का मूल्यांकन करना आवश्यक है।
यदि आप सोने में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो यह समय सावधानीपूर्वक निर्णय लेने का है। बाजार की मौजूदा प्रवृत्तियों और भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए निवेश करना लाभकारी हो सकता है
सोने की कीमत आगे कितना बढ़ सकती है? जानिए संभावनाएं
सोने की कीमतों में हालिया तेजी ने निवेशकों और आम जनता के बीच ये सवाल खड़ा कर दिया है कि आगे और कितना रेट बढ़ सकता है। 21 अप्रैल 2025 को 24 कैरेट सोना ₹96,670 प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुका है।
आइए जानें विशेषज्ञों और वैश्विक संकेतों के आधार पर भविष्य की संभावनाएं:
1. अंतरराष्ट्रीय बाज़ार का प्रभाव
अमेरिका, यूरोप और एशिया के बाज़ारों में जारी भूराजनीतिक तनाव, मुद्रास्फीति और मंदी की आशंका के चलते निवेशक सुरक्षित विकल्प यानी सोने की ओर रुख कर रहे हैं। इससे कीमतों में और वृद्धि हो सकती है।
अनुमान: यदि वैश्विक परिस्थितियां और तनाव बढ़ते हैं, तो सोना ₹1,00,000 प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा भी पार कर सकता है।
📈 2. डॉलर की मज़बूती या कमजोरी
डॉलर कमजोर होता है तो सोने की कीमत बढ़ती है। फिलहाल डॉलर थोड़ा अस्थिर है, जिससे सोने को सपोर्ट मिल रहा है।
3. भारतीय शादी और त्योहार सीज़न
अप्रैल से जून और फिर सितंबर से दिसंबर तक भारत में शादी-ब्याह और त्योहारों का दौर चलता है। ये पारंपरिक रूप से सोने की मांग को बहुत बढ़ा देता है।
🏦 4. केंद्रीय बैंकों की खरीद
IMF और कई देशों के केंद्रीय बैंक लगातार सोने का स्टॉक बढ़ा रहे हैं। इससे आपूर्ति पर असर पड़ सकता है और कीमतें चढ़ सकती हैं।
📊 विशेषज्ञों का अनुमान
- 2025 के अंत तक सोने की कीमत ₹1,02,000 से ₹1,05,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है (यदि वैश्विक आर्थिक हालात और भी बिगड़ते हैं)।
- हालांकि, कीमतों में उतार-चढ़ाव आता रहेगा, इसलिए निवेश सावधानी से करें
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