मोहर्रम: अज़ादारो ने अपने खून से नगर की सडको को किया लाल

मोहर्रम: अज़ादारो ने अपने खून से नगर की सडको को किया लाल

अम्बेडकरनगर अब्दुल्लाहपुर 10 मोहर्रम रोज़े आशूरा जुलूस पूरी आब-ओ-ताब के साथ अलम मुबारक – जुलजनाह ताबूत इमामबारगाह अब्दुल्लाहपुर अंजुमन हैदरिया रज़िस्टर्ड और अंजुमन हैदरिया क़दीम द्वारा बरामद हुआ जो सुमित्रा जेटली इण्टर कॉलेज से होता हुआ लोहिया चौक से कर्बला इमामबाग पर जाकर जुलूस दफ़न हुआ जिसमें अंजुमन हैदरिया रज़िस्टर्ड और अंजुमन हैदरिया क़दीम के…

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इमामे हुसैन की याद में निकला बसखारी मे 10 मोहर्रम का जुलूस, शरीर को किया लहूलुहान

इमामे हुसैन की याद में निकला बसखारी मे 10 मोहर्रम का जुलूस, शरीर को किया लहूलुहान

अम्बेडकरनगर: बसखारी में दसवीं मोहर्रम के दौरान अंजुमन हैदरिया के नेतृत्व में दसवीं मोहर्रम का ताजिया जुलूस निकाला गया। जुलूस बसखारी पुरानी चट्टी से निकलकर बसखारी कस्बे में भ्रमण करते हुए किछौछा दरगाह के लिए दिन में लगभग 4:30 बजे निकली। ताजिया जुलूस के दौरान आजा दारो द्वारा मातमी नोहा पढ़ते हुए मातम मनाया गया।…

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6 मोहर्रम को अब्दुल्लाहपुर में इमाम हुसैन अ.स की याद में निकाला गया जुलूस।

6 मोहर्रम को अब्दुल्लाहपुर में इमाम हुसैन अ.स की याद में निकाला गया जुलूस।

मोहर्रम: कर्बला के मैदान में हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम ने अपनी शहादत देकर न सिर्फ इस्लाम को बचाया बल्कि पूरी इंसानियत को बचा लिया। इसीलिए हजरत इमाम हुसैन से मोहब्बत करने वाले लोगों में न सिर्फ मुसलमान बल्कि गैर मुस्लिम जैसे हिन्दू मजहब, ईसाई मजहब, सिख मजहब और भी तमाम लोगों की तादाद है। 6…

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muharram 2022, lucknow

आज क्यों मनाया जाता है यौम-ए-आशूरा, यानी 10 मुहर्रम

आज मुहर्रम का दसवां दिन है आज के दिन को यौम-ए-आशूरा कहा जाता है मुस्लिम समुदाय के लोग कर्बला की जंग में शहादत पाने वालों के लिए मातम मनाते हैं आइए जानते हैं यौम-ए-आशूरा व कर्बला की जंग का इतिहास मुहर्रम Muharram की दसवीं तारीख (यौम-ए-आशूरा) है. इस दिन शिया समुदाय के लोग काले रंग…

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