उत्तर प्रदेश: लखनऊ में स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय काफी वादविवाद में घिरा रहता है इसी बीच भाषा विश्वविद्यालय के पूर्व वाइस चांसलर प्रोफेसर विनय पाठक पर एसटीएफ ने शिकंजा कस दिया है आपको बताते दे प्रोफेसर विनय पाठक इस समय कानपुर स्थित छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति हैं शनिवार देर शाम लखनऊ के इंदिरा नगर थाने में विनय व xlict कंपनी के मालिक अजय प्रबंधक बनाकर रंगदारी वसूली करने के आरोप में केस दर्ज हुआ है वहीं आरोपी अजय मिश्रा को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है आपको बता दे प्रोफेसर विनय पाठक अब तक साथ विश्वविद्यालय के कुलपति का कार्यभार संभाल चुके हैं
डेढ़ करोड़ कमीशन लेने का आरोप
साथी साथ आपको बता दें अजय मिश्रा ने 3 लाख कम होने की बात कहते हुए लखनऊ के खुर्रम नगर स्थित अपने घर में बंधक बना लिया किसी तरह पीड़ित वहां से निकला और 3 लाख की व्यवस्था कर अजय को दे दिया आपको बता दें इसके बाद कई और बिल को पास करने के नाम पर पीड़ित से पैसे लेते रहे. अजय मिश्रा ने इंटरनेशनल बिजनेस फार्म्स अलवर राजस्थान के खाते में करीब 73 लाख रुपये भी भिजवाया था पीड़ित आरोपी के मुताबिक अब तक उससे करीब डेढ़ करोड़ रुपए की रकम ली गई है फिलहाल इस मामले में पूरी जांच एसटीएफ लगातार कर रही है
अब तक कहां कहां रह चुके वाइस चांसलर
- ओपन यूनिवर्सिटी उत्तराखंड
- HBTI कानपुर
- डॉ. भीमराव अंबेडकर विवि
- एकेटीयू विवि
- ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय
इन इन विश्वविद्यालय की कमान संभाल चुके हैं विनय पाठक इसके बाद वर्तमान में कानपुर के छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय मे कार्यभार है