लखनऊ: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ के सातवें दीक्षांत समारोह में पहुंचीं। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की उपस्थिति में 890 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गईं। इनमें 110 विजेताओं को मंच से मेडल दिए गए। पदक पाने वालों में 47 छात्र और 63 छात्राएं हैं।

सभी दीक्षांत समारोह में सबसे ज्यादा मेडल लड़कियों ने जीते हैं
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि डिग्री और मेडल पाने वाले स्टूडेंट्स को बधाई देते हुए कहा कि मैं अब तक 30 विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुई हैं। सभी में बेटियां आगे रही हैं, यह बेटियों की मेहनत का नतीजा हैं।

राज्यपाल ने सलाह दी कि भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं का विश्वविद्यालय में सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जाए। राज्यपाल ने प्रधानमंत्री की पहल पर अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष मनाने का उल्लेख करते हुए कहा कि कई विश्वविद्यालयों के छात्रावासों में बाजरे के व्यंजन दो बार बनाए जा रहे हैं. अब इस पहल को घरों में भी लागू करना है। भाषा विश्वविद्यालय में भी बाजरा से खाद्य सामग्री बनाने की आवश्यकता है। अब जब बाउना तो में राजबावन में अने है। उन्होंने कहा कि इन आंगनबाड़ी बच्चों को कहानी की किताबें भी दी जाएं। ताकि उनका स्कूल एक पुस्तकालय बन जाए। स्कूल में खिलौने देने की शुरुआत गुजरात से हुई। नरेंद्र मोदी के निर्देशन में हमने गुजरात में दिवाली के दौरान घर-घर जाकर लोगों से पुराने खिलौने लेने शुरू किए। उसके एक साल बाद लोग खुद स्कूल और आंगनबाड़ी जाकर खिलौने देने लगे।

पदक विजेता छात्र-
- ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती और चांसलर मेडल – नूर फातिमा
- चांसलर मेडल – कार्तिकेय तिवारी
- ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती पदक – नूर फातिमा (बीए ऑनर्स, अरबी)
- चांसलर – नूर फातिमा (बीए ऑनर्स, अरबी)
- चांसलर मेडल – कार्तिकेय तिवारी (बीएड, एजुकेशन)
110 छात्रों ने 890 छात्रों के लिए स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीते
- ग्रेजुएशन कोर्स में 27 गोल्ड, 21 गोल्ड और 19 ब्रॉन्ज मेडल
- पीजी कोर्स में 17 गोल्ड, 13 गोल्ड और 13 ब्रॉन्ज मेडल