टाण्डा: सपा के मुखिया मुलायम सिंह यादव यूँ तो दुनिया को अलविदा कह गए गए हैं लेकिन लोगों के दिल में उनके लिए सम्मान बरकरार है। नेता जी कह कर संबोधित किए जाने वाले मुलायम सिंह का पहलवानी से बहुत गहरा रिश्ता रहा है क्युकी वो खुद भी पहलवानी किया करते थे। टांडा में आयोजित नेता जी की श्रद्धांजलि सभा थी और सभी की आंखे नम। हर कोई उन्हें याद कर रहा था सब अपने अपने किस्सों में उनका जिक्र करते नहीं थकते।
नेता जी के ऋणी हैं मुसाब अज़ीम
टांडा में आयोजित नेता जी की श्रद्धांजलि सभा में मौजूद पूर्व विधायकअज़ीमुलहक के बेटे मुसाब अज़ीम ने अपना एक किस्सा सुनाया जिससे सुन कर सभी नेता जी के आशीर्वाद और उनकी सोच पर आंखे भिगोने से ना रोक पाए। मुसाब ने बताया कि बात साल 2007 की है जब टाण्डा कौमी इंटर कॉलेज में मंच सजा हुआ था वो और उनके पिता विधायक अज़ीमुलहक़ पहलवान साहब उनके आदर्श अहमद हसन साहब और हम सबके प्रिय नेता जी माननीय मुलायम सिंह यादव जी तीनो मंच पर मौजूद थे उसी मंच से नेता जी ने ऐलान किया था कि टाण्डा के लोगों मै तब तक पहलवान को लड़ाऊँगा जब तक आप इन्हें जिता कर विधानसभा नही भेज देते नेता जी ने हमारे परिवार को जो सम्मान दिया उसके लिए मैं उनका हमेशा ऋणी रहूँगा
बस उसी का नाम है मुलायम …
- नेता जी व्यक्ति नहीं विचार हैं जो सदैव ज़िन्दा रहेंगे !
- जिसका जलवा रहेगा हमेशा कमज़ोरों के दिलों में कायम ..
- बस उसी का नाम है मुलायम …