बसपा सरकार में मंत्री रहें याकूब कुरैशी पिछले चार दिन से जेल में बंद हैं। लेकिन उनका रूतबा अभी भी बरकरार हैं। जिसका उदाहरण मंगलवार को देखने को मिला। मामला जनपद मेरठ के लिसाड़ीगेट और कोतवाली पुलिस का हैं जो याकूब के चचेरे भाई यामीन कुरैशी को पाँच लाख रू की रंगदारी और तीन करोड़ की 1400 गज जमीन पर कब्जा करने के आरोप में गिरफ्तार करके लाई थी।
पुलिस पर उठ रहे सवालिया निशान
जानकारी के मुताबिक लोगों की थाने पर भीड़ जुटती चली गई और अंत ये हुआ कि सिर्फ 6 घंटे में ही नामजद आरोपी को छोड़ना पड़ा। हालाँकि इसे लेकर पुलिस जरूर सवाल के घेरे में गई हैं कि आखिर पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश क्यों नही किया।
वही जब पुलिस से इस मामले पर बात की गई तो पुलिस ने बताया कि चार जनवरी को कोतवाली निवासी अब्दुल रहमान की शिकायत पर याकूब के चचेरे भाई यामीन निवासी सराय बहलीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। गौरतलब हैं याकूब और उनके दोनों बेटे जेल में हैं। पुलिस गैंगस्टर के तहत उनकी संपत्ति जब्त करने की तैयारी में हैं। शुक्रवार रात पुलिस दिल्ली से याकूब और इमरान को गिरफ्तार करके लाई थी।