भारत के उत्तर प्रदेश में स्थित इटावा लायन सफारी में पांच शेर शावकों में से चार की मौत हो गई है। मौत का कारण अभी तक सामने नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है कि शावकों की मौत वायरस या संक्रमण से हुई होगी। फिलहाल पार्क मामले की जांच कर रहा है।
शेरनी सोना के शावकों का जन्म 6, 7, 9 और 10 जुलाई को हुआ था। पहले शावक का जन्म 6 जुलाई को हुआ था और अन्य चार का जन्म अगले चार दिनों में हुआ था। दो शावक मृत पैदा हुए थे, और दो पैदा होने के कुछ ही दिनों के भीतर मर गए। शेष शावक पर पशुचिकित्सकों द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
पार्क फिलहाल शावकों की मौत के कारणों की जांच कर रहा है। वे वायरस और संक्रमण के लिए पोस्टमार्टम परीक्षाएं और परीक्षण कर रहे हैं। वे संक्रमण के स्रोत की पहचान करने पर भी काम कर रहे हैं ताकि इसे फैलने से रोका जा सके।
पार्क ने शेष शावक को अलग कर दिया है और उन्हें चौबीसों घंटे देखभाल प्रदान कर रहा है। वे शेरों के बाड़े में स्थितियों को सुधारने के लिए भी काम कर रहे हैं ताकि आगे किसी भी मौत को रोका जा सके।
मुख्य चिन्ताएँ:-
शावकों की मौत ने पार्क में अन्य जानवरों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। कुछ लोगों ने मौत का कारण पटक चलने तक पार्क को बंद करने का आग्रह किया है। अन्य लोगों ने कहा है कि पार्क को जांच के बारे में और अधिक पारदर्शी होना चाहिए।
पार्क ने कहा है कि वे शावकों की मौत को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं. उन्होंने जनता को आश्वासन दिया है कि वे जानवरों की सुरक्षा और आगे की मौतों को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
इटावा लायन सफारी में शावकों की मौत एक त्रासदी है। पार्क वर्तमान में मौत के कारण की जांच कर रहा है और वे आगे किसी भी मौत को रोकने के लिए शेर के बाड़े में स्थितियों में सुधार करने के लिए काम कर रहे हैं। पार्क ने जनता को आश्वासन दिया है कि वे शावकों की मौत को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं और वे जानवरों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
कुछ और महत्वपूर्ण बिंदु
भारत के उत्तर प्रदेश में स्थित इटावा लायन सफारी में 5 में से 4 शेर शावकों की मौत हो गई है।
मौत का कारण अभी तक सामने नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है कि शावकों की मौत वायरस या संक्रमण से हुई होगी।
फिलहाल पार्क मामले की जांच कर रहा है.
- शेष शावक पर पशुचिकित्सकों द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
- पार्क ने शेष शावक को अलग कर दिया है और उन्हें चौबीसों घंटे देखभाल प्रदान कर रहा है।
- पार्क शेरों के बाड़े में स्थितियों को सुधारने के लिए भी काम कर रहा है ताकि आगे किसी भी मौत को रोका जा सके।
- शावकों की मौत ने पार्क में अन्य जानवरों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
- पार्क ने कहा है कि वे शावकों की मौत को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं.
- उन्होंने जनता को आश्वासन दिया है कि वे जानवरों की सुरक्षा और आगे की मौतों को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
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