संवाददाता। अभिषेक श्रीवास्तव/ मोकीम खान
अम्बेडकरनगर: मुस्लिम धर्मगुरु व समाजसेवियों ने मुसलमानों से ईद उल अजहा यानी बकरीद का पर्व 17 जून को मनाने के क्रम में सख्ती से पालन करने की अपील की है। धर्मगुरु व समाजसेवियों ने मुसलमानों से कहा है। कि सुबह बकरीद की नमाज के फ़ौरन बाद कुर्बानी की रस्म अदा करे समाजसेवी मौलाना सैयद इरफ़ान अशरफ ने कुर्बानी का तरीका बताते हुए कहा कुर्बानी के जानवर के गोश्त को तीन भागों में बराबर-बराबर बांटे एक भाग अपने मित्र एवं रिश्तेदारों को दें एक भाग गरीब लोगों के बीच दान कर दें वहीं एक भाग खुद के लिए रखें यही कुर्बानी का सबसे अफजल तरीका है। दिखावे के लिए कुर्बानी न करें। अल्लाह लोगों की नीयत को देखता उन्होंने ये भी कहा कि कुर्बानी को शांतिपूर्ण तरीके से मनाएं किसी को किसी तरह का कोई ठेस न पहुंचने दे समाजसेवी सैय्यद खलीक अशरफ ने मुस्लिम बन्धुओं से अपील करते हुए कहा कि कुर्बानी के अवसर पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें कोई भी ऐसा काम न करें जिससे दूसरों को तकलीफ पहुंचे साथ ही साथ इस अवसर पर सरकारी आदेशों का शत प्रतिशत पालन करें खुले में कुर्बानी बिल्कुल न करें। वहीं प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी भी न करें। पर्व किसी भी धर्म का हो। यह आपसी सौहार्द एवं खुशियों का सन्देश देता है।
इस लिए आपसी एकता बनाये रखें। मौलाना कलीम अशरफ ने मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि कुर्बानी के अवसर पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। कोई भी ऐसा काम न करें जिससे दूसरों को तकलीफ पहुंचे आगे उन्होंने कहा खुले में कुर्बानी बिल्कुल न करें और कुर्बानी की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर बिल्कुल ना डालें प्रशासन का सहयोग करें